
मुंबई, 8 सितम्बर।
बीबीए के मुकेश महेता ने कहा कि देश में लागू किए गए GST सुधार आमजन के लिए बेहद उपयोगी साबित हो रहे हैं। सरकार ने टैक्स संरचना को इस तरह से बनाया है कि आवश्यक वस्तुएँ सस्ती रहें और हानिकारक या फालतू वस्तुओं पर टैक्स ज्यादा लगे।
महेता ने बताया कि पनीर, दूध, रोटी, परांठा जैसे रोज़मर्रा के खाद्य पदार्थ टैक्स फ्री रखे गए हैं। वहीं सूखे मेवे जैसे काजू, पिस्ता, बादाम पर टैक्स कम किया गया है। इसके विपरीत कोल्ड ड्रिंक और फास्ट फूड पर टैक्स बढ़ाया गया है ताकि लोग सेहतमंद चीज़ें खाएँ और जंक फूड से बचें।
सिगरेट, शराब, गुटखा और तंबाकू जैसी हानिकारक चीज़ों पर टैक्स ज्यादा रखा गया है। रोज़मर्रा की जरूरतों जैसे साबुन, तेल, टूथपेस्ट, शैम्पू आदि पर टैक्स कम है ताकि हर घर आराम से चल सके। शिक्षा सामग्री—पेंसिल, रबर, कॉपी, चार्ट्स आदि को टैक्स फ्री किया गया है जिससे बच्चों की पढ़ाई सुगम हो।
घर के सामान जैसे AC, TV, फ्रिज, वॉशिंग मशीन पर भी टैक्स कम रखा गया है ताकि परिवार सुख-सुविधा से जीवन व्यतीत कर सकें। घर बनाने की सामग्री जैसे सीमेंट पर टैक्स कम करने का प्रावधान है ताकि हर परिवार अपना घर बना सके।
महेता ने कहा कि स्वास्थ्य और जीवन बीमा टैक्स फ्री होने से परिवारों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। जीवन रक्षक दवाएं पूरी तरह टैक्स फ्री हैं, जबकि अन्य दवाओं और मेडिकल उपकरणों पर न्यूनतम टैक्स रखा गया है।
रोज़गार साधन जैसे ट्रैक्टर, कटाई मशीन, टैक्सी, ऑटो, रिक्शा पर टैक्स कम है ताकि लोगों की आजीविका आसान बने। वहीं लग्ज़री कारों पर टैक्स ज्यादा और 350 CC से कम बाइकों पर टैक्स कम रखा गया है।
महेता के अनुसार, इन सुधारों से स्पष्ट संदेश है कि GST का मकसद दिखावा नहीं, बल्कि लोगों की ज़रूरतों को प्राथमिकता देना है।